द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान निर्मित पहला प्रक्षेपास्त्र ➨
वी -2 रॉकेट ( तकनीकी नाम एग्रीगेट -4 या ए-4 ) वास्तव में एक बैलेस्टिक मिसाइल या प्रक्षेपास्त्र था , जिसका निर्माण द्वितीय विश्वयुद्ध के शुरुआती दौर में जर्मनी द्वारा किया गया था | इसे जर्मनी के पिनेम्युंदे में स्थित आर्मी रिसर्च स्टेशन में वेर्नर वॉन ब्रौन वॉल्टर डॉर्नबर्गर तथा हर्मन ओबर्थ जैसे वैज्ञानिकों की टीम ने ईजाद किया था | 14 मीटर लंबा व तरल ईंधन से चलने वाला यह प्रक्षेपास्त्र 1 टन तक आयुध सामग्री ले जाने में सक्षम था |
सुपरसोनिक रफ्तार से उड़ने वाला यह दुनिया का पहला ऐसा प्रक्षेपास्त्र था , जो लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम था | इसे रूस और अमेरिका द्वारा अपने अंतरिक्ष कार्यक्रमों में इस्तेमाल किए गए रॉकेटो समेत तमाम आधुनिक रॉकेट का जनक कहा जा सकता है |
सितंबर 1944 में प्रक्षेपास्त्र का पहली बार इस्तेमाल किया गया | दितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी ने मित्र सेनाओं के ठिकानों पर वी- 2 रॉकेटो से 3000 से ज्यादा हमले किए थे | इनमें से ज्यादातर रॉकेट लंदन और बाद मे एंटवर्प पर गिराए गए थे | इन रॉकेट हमलो में 2700 से ज्यादा लोग मारे गए और 6000 से अधिक घायल हुए थे |
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