प्राचीन ओलिंपिक खेलो के दौरान भी थी कुस्ती की लोकप्रियता

प्राचीन ओलिंपिक खेलो के दौरान भी थी कुस्ती की लोकप्रियता ➨


मूर्तियों और भित्ति चित्रों में चित्रित कुश्ती के दांव -पेंचों से पता चलता है कि सुनियोजित कुश्तियां 2750- 2600 ईसा पूर्व से लड़ी जाती रही है | प्राचीन ओलिंपिक खेलों में भी यह सबसे अधिक लोकप्रिय खेल था तथा 708 ईसा पूर्व से विजेताओं का रिकॉर्ड रखा जाने लगा |

कुश्ती की मुख्यतः दो शैलियां है फ्रीस्टाइल व ग्रीको-रोमन शैली | फ्रीस्टाइल शैली पूर्व व अमेरिका में लोकप्रिय है | ग्रीको-रोमन शैली की कुश्ती का जन्म 1860 के आसपास हुआ और यह शैली यूरोप में लोकप्रिय है | ग्रीको-रोमन कुश्ती में टांगों को पकड़ने की अनुमति नहीं होती | सभी दांव कमर से ऊपर लगाने पड़ते हैं | फ्रीस्टाइल और ग्रीको-रोमन कुश्ती के अलावा सूमो कुश्ती को भी मान्यता प्राप्त है |

1912 में अंतरराष्ट्रीय एमैच्योर कुश्ती संघ का गठन किया गया | वर्तमान समय में कुश्ती का प्रत्येक मुकाबला 9 मिनट का होता है , जिसमें तीन-तीन  मिनट के तीन दौर होते हैं | प्रत्येक 3 मिनट के बाद 1 मिनट का विश्राम होता है | चित करने के लिए प्रतिद्वंदी के दोनों कंधों को एक साथ स्पर्श कराना पड़ता है | यदि चित करके मुकाबला न जीता जा सके तो निर्णय अंकों के आधार पर होता है |

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