अल्ट्रासोनिक - अत्यधिक उर्जा संचय वाली बहुपयोगी तंरगे

अल्ट्रासोनिक - अत्यधिक उर्जा संचय वाली बहुपयोगी तंरगे ➨


अल्ट्रासोनिक तरंगे ऐसी अनुदैर्ध्य तरंगें हैं , जिनकी आवृति  20 किलो हर्ट्ज से अधिक होती है | इन तरंगों को सबसे पहले गाल्टन ने एक सीटी द्वारा उत्पन्न किया था | चूँकि इनकी आवृति बहुत अधिक होती है , इस वजह से इनमें ऊर्जा की अत्यधिक मात्रा संचित रहती है | मनुष्य इन तरंगों को नहीं सुन सकते , लेकिन कुत्ता , बिल्ली , चमगादड़ , डॉल्फिन इत्यादि प्राणी इन्हें सुन सकते हैं |

इनमें अत्यधिक उर्जा संचित होने के कारण दैनिक जीवन में इनका व्यापक उपयोग होता है | चिकित्सा जगत में इसका सबसे आम प्रयोग अल्ट्रासाउंड के रूप में गर्भवती महिलाओं में भ्रूण की स्थिति पता लगाने में होता है | ये तरंगे रुधिर ऑपरेशन ट्यूमर इत्यादि का पता लगाने , दन्त उपचार इत्यादि में इस्तेमाल होती है | इनमे जीवो की कोशिकाओं को नष्ट करने की क्षमता होती है |

लिहाजा ये  हानिकारक सूक्ष्मजीवों को खत्म करने के लिए प्रयुक्त होती है | इन तरंगों के द्वारा हवा में मौजूद कोयले व धुल के सूक्ष्म कणों का स्कंदन कराया जा सकता है | इस गुण का उपयोग  धुंध व कोहरे के दिनों में विमानों की सुरक्षित लैंडिंग के लिए किया जाता है | इन तरंगों के द्वारा समुद्र में बड़ी-बड़ी चट्टानों व विशाल मछलियों का भी पता लगाया जाता है | 

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