गणनाओ के आधार पर खोजा गया सौरमंडल का आठवां ग्रह

गणनाओ के आधार पर खोजा गया सौरमंडल का आठवां ग्रह ➨


नेप्च्यून  हमारे सौरमंडल का आठवां ग्रह है , जिसकी खोज 23 सितंबर 1846 को जर्मन खगोलविज्ञानी जोहान गॉटफ्राइड गाले ने बर्लिन वेधशाला में की थी | इसे सौरमंडल के अन्य ग्रहों की तरह दूरदर्शी के जरिए अंतरिक्ष को खंगालते हुए नहीं वरन गणितीय अनुमानों के आधार पर खोजा गया था |

19वीं सदी के शुरुआती दौर में यूरेनस का अध्ययन करने वाले खगोलशास्त्रियों ने पाया कि यह ग्रह अपनी कक्षा में कभी-कभी राह से भटक जाता है और इसकी रफ्तार भी कम-ज्यादा हो जाती है | इससे उन्हें लगा कि इसके आस-पास कोई अन्य ग्रह भी होना चाहिए , जिसके गुरुत्वाकर्षण प्रभाव के चलते इसकी गति या राह में परिवर्तन होता है |

फ्रेंच खगोलविज्ञानी अर्बन-ज्या -जोसेफ ला वेरियर व अंग्रेज खगोलशास्त्री जॉन कोच ऐडम्स ने बृहस्पति शनी व यूरेनस जैसे ग्रहों का अध्ययन करते हुए इसके संभावित आकार व अंतरिक्ष में स्थिति की गणना की | इन्हीं गणनाओं के आधार पर पृथ्वी से 4 गुना ज्यादा व्यास वाले इस नीले ग्रह को खोजा गया | नेप्च्यून की खोज के महज 17 दिन बाद ही विलियम लासेल ने इसके पहले चांद ट्राइटोन को खोज निकाला |

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