यूनिवर्स के अद्रश्य हिस्सों का सुलझा रहस्य :-


 यूनिवर्स की गुथी को समझना आसान नहीं है | यूनिवर्उस अनन्त है , इसका  80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा गायब है |  यूनिवर्स के अधिकतर हिस्से से हम अभी तक अनजान है | यूनिवर्स अपने अन्दर बहुत से राज छुपाए हुए है | जो इंसान के लिए एक पहली बना हुआ है | जिसे सुलझाना अभी बाकी है |

ब्रह्माण्ड के कुछ रहस्यों के बार में :-

अन्तरिक्ष में ग्रहों और तारो के समूह ( आकाश गंगा या गैलेक्सी ) इतनी तेजी से घूमते है की अगर अज्ञात तत्वों का गुरुत्वाकर्षण उनको एकजुट न रखे तो वे बिखर जाएंगे | जिस तरह कांच के पेपर वेट में तितली बंद रहती है , उसी तरह गैलेक्सी को अद्रश्य तत्व समेटे हुए है | 

ब्रह्मांड विज्ञानी 1930 से इस तथाकथित डार्क मैटर को पहचानने की कोशिश में लगे है | उन्हें अंतराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के स्पेक्ट्रोमीटर से मिले नए डाटा की मदद से सफलता मिलने की उम्मीद बढ़ी है |

डार्क मैटर :-

डार्क मैटर के कणों को देखना मुश्किल है क्योकि वे सामान्य पदार्थ के आर-पार ऐसे निकल जाते है जैसे उनका अस्तित्व ही न हो | लेकिन , हम उनके बाई प्रोडक्ट खोज सकते है | जब दो कण टकराते है तब वे साधारण इलेक्ट्रान और अति दुर्लभ पोजिट्र्रोंन पैदा करते है | स्पेक्ट्रोमीटर ने चार लाख पोजिट्र्रोंन की पहचान की है | ये कण किसी अन्य स्त्रोत के भी हो सकते है | डार्क मैटर को मिलाकर पुरे तत्व या द्रव्य बने है | फिर भी , यह ब्रह्माण्ड का केवल 32 प्रतिशत हिस्सा है | सवाल है , बाकी हिस्सा कहाँ है ? यह डार्क एनर्जी है जो चीजो को अलग करती है | डार्क मैटर उन्हें बांधे रखता है | यह 68 प्रतिशत हिस्सा अबूझ रहस्य बना हुआ है |


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