एक अमेरिकी चैनेल ने दिखाया परमाणु परिक्षण का प्रथम नजारा ➨

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में जापान के हिरोशिमा व नागासाकी पर अमेरिका द्वारा गिराए गए परमाणु बमों के बाद से ही आम लोगों के मन में यह देखने की जिज्ञासा थी कि आखिर परमाणु बम गिराए जाने के ठीक बाद किस तरह के प्रभाव उत्पन्न होते हैं |

उन्हें यह  अवसर मिला 1 फरवरी 1951 को जब अमेरिका के लास एंजिलिस में केटीएलए नामक टीवी चैनल ने नेवादा के मरुस्थलीय इलाके में फ्रेंचमैन फ्लैटस  पर किए गए परीक्षण विस्फोटक का पहली बार प्रसारण किया | इसके कवरेज के लिए केटीएलए चैनल ने परीक्षण स्थल से 65 उत्तर -पश्चिम में स्थित लास वेगास के एक होटल की छत पर गुपचुप ढंग से अपनी एक खास कैमरा टीम नियुक्त की थी |

कैमरे में कैद परमाणु परीक्षण के इस नजारे को तकरीबन 200 मील दूर स्थित माउंट विल्सन वेधशाला पर मौजूद टीवी ट्रांसमीटर के जरिए प्रसारित किया गया और इस इलाके के लोगों ने सुबह तकरीबन 5:30 बजे अपनी टेलीविजन स्क्रीन पर तीव्र सफेद रोशनी के साथ उठते धुएं के बादल का अद्भुत नजारा देखा |

यह परीक्षण अमेरिका विभाग द्वारा चलाए गए ऑपरेशन रैंगर प्रोग्राम का हिस्सा था,  जिसमे  तकरीबन 1 किलोटन ऊर्जा विमुक्त हुई |आगे चलकर केटिएलए ने कई और परमाणु परीक्षणों का भी प्रसारण किया |