चाँद पर सुरक्षित रूप से उतरने वाला पहला अन्तरिक्ष यान ➨


 लूना-9  सोवियत रूस की चंद्र अभियान श्रंखला लूना  (1959 - 1976) के तहत चलाया गया एक मानवरहित अंतरिक्ष मिशन था | लूना - 9  ने पृथ्वी से अपने प्रक्षेपण के 3 दिन बाद 3 फरवरी 1966  को चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग की थी | यह पृथ्वी के अलावा किसी अन्य खगोलीय निकाय पर सुरक्षित रूप से उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यान था |

चांद की सतह पर उतरने के बाद इस सोवियत यान से 220 पौंड वजनी एक कैप्सूल बाहर निकला | धीरे-धीरे यह कैप्सूल सीधा हुआ और फूल की तरह खुलते हुए इसके 4 फलक बाहर की ओर फैल गए | इसमें चार एंटीना के अलावा एक रिवोल्विंग मिरर सिस्टम के साथ टीवी कैमरा भी लगा था | जिसके जरिए इसने आसपास मौजूद चट्टानों के साथ-साथ वहां के विहंगम परिद्रश्य की तस्वीरो व टीवी इमेज को पृथ्वी पर भेजा |

 इस मिशन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी की  इसके जरिए यह साबित हो गया कि चंद्रमा की सतह भुरभरी न होकर पूरी तरह ठोस है और इस पर किसी वजनी निकाय कोभी सुरक्षित उतारा जा सकता है | इससे चांद पर इंसान को भेजने की संभावना को बल मिला |

 6 फरवरी 1966  को इस यान का पृथ्वी से संपर्क टूट गया इसके 4 महीने बाद अमेरिका ने भी अपने अन्तरिक्ष यान  "सव्रेयर -1"  को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित रूप से उतारा |