हजार कैरेट का एक विशाल हीरा ➨
एक्सेलसियर हीरे को अफ्रीका की जेगर्सफोंटिन खदान से वर्ष 1893 में 30 जून के दिन खोजा गया था | ट्रक में माल लोड करते वक़्त एक मजदुर की नजर इस पत्थर पर पड़ी और उसने इसे सुपरवाइजर की नजरो से छिपाकर जेब में रख लिया | बाद में उसने इसे अपने मैनेजर को सौप दिया |
वर्ष 1905 में कुलीनन हीरे की खोज से पहले तक इसे दुनिया के सबसे विशाल हीरे का दर्जा प्राप्त था | नीली - सफेद आभायुक्त इस हीरे का वजन 971.75 कैरेट ( 192.2 ) था | इसके भीतर कुछ काले धब्बे थे , फिर भी यह उत्क्रष्ट क्वालिटी का रत्न था | विशाल आकार की वजह से इसका उपयुक्त खरीदार मिलना मुश्किल था | लिहाजा इसे टुकडो में विभाजित करने का फैसला किया गया |
इसका जिम्मा एम्सटर्ड्म की एस्चेर डायमंड कंम्पनी को सौपा गया , जिसने इससे 21 छोटे - छोटे हीरे तैयार कर दिए | इनमे से सबसे बड़ा हीरा 151 कैरेट था छोटा हीरा 1 कैरेट से भी कम वजनी का था | इन 21 हीरो का कुल वजन 373.7 कैरेट पाया गया , यानी इस प्रक्रिया में 63 फीसिदी तक नुकसान हो गया | इस व्यापक नुकसान की वजह से इसे हीरा कटिंग इंडस्ट्री के सबसे खराब फैसले में गिना जाता है |
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