चंद्रमा पर इंसान के पदार्पण की रिहर्सल से जुड़ा अंतरिक्ष मिशन

चंद्रमा पर इंसान के पदार्पण की रिहर्सल से जुड़ा अंतरिक्ष मिशन ➨



अपोलो 10 अमेरिका के " अपोलो " अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत अंतरिक्ष में भेजा गया चौथा मानवयुक्त मिशन था | इस यान को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी " नासा " द्वारा आज से ठीक तैतालीस साल पहले यानी 18 मई 1969 को फ्लोरीडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया था | इसे अंतरिक्ष में भेजने का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा पर लैंड किए बगैर " अपोलो 11 " मिशन के लिए मंच तैयार करना था ,

 जिसके जरिए पहली बार इंसान को चाँद पर उतारने की योजना थी | यानी यह " अपोलो 11 " मिशन की ड्रेस रिहर्शल था | यह पहला ऐसा मिशन था , जिसमे अपोलो अंतरिक्ष यान अपने सम्पूर्ण विन्यास के साथ चन्द्रमा तक पहुचा था | इसके अलावा यह चद्रमा की  परिक्रमा करने वाला दुसरा मिशन भी था | इस यान के चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में पहुचने के बाद इसमें सवार खगोल विज्ञानी थॉमस स्टेफोर्ड और युजिन कार्नन इसके ल्यूनर मॉड्यूल में पहुचने और चंद्रमा की सतह से 13.5 किमी की दुरी पर घूमते हुए इसकी कई तस्वीरे ली |

चन्द्रमा की सतह के इतने नजदीक पहुचने वाले वे पहले व्यक्ति थे अंतरिक्ष में आठ दिन गुजारने के बाद " अपोलो " यान 26 मई को पृथ्वी पर लौट आया | इसके दो महीने बाद 20 जुलाई 1969 को " अपोलो " मिशन के जरिय पहली बार इंसान ने चाँद पर कदम रखा | 

Post a Comment

0 Comments