चन्द्रमा पर लैंडिंग के इरादे से भेजा गया तीसरा अमेरिकी मिशन➨


अपोलो 13 अमेरिका के अपोलो अन्तरिक्ष कार्यक्रम के तहत सातवाँ और चंद्रमा पर लैंडिंग के इरादे से भेजा गया तीसरा मानव मिशन था | इस यान को वर्ष  11 अप्रेल 1970  को फ्लोरिसा में स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष में लांच किया गया था |

 जेम्स लोवेल जूनियर इसके कमांडर , फ्रेड हैसे लुनार मॉड्यूल पायलट और जोन स्विगार्ट कमांड मॉड्यूल पायलट की भूमिका में थे | लौन्चिंग के दो दिन बाद 13 अप्रेल को पृथ्वी से 2,00,000 मिल की दुरी पर इसके साथ एक गंभीर हादसा पेश आया | इसके कमांडिंग मॉड्यूल में लगा एक तरल ओक्सिजन टैंक फट गया , जिससे इसमें ओक्सिजन , बिजली , प्रकाश और पानी की आपूर्ति गड़बड़ा गई | कमांडिंग मौड्यूल में दबाव कम होने से इसके इंधन सेल ने भी काम करना बंद कर दिया |

इसके तुरंत बाद चन्द्रमा पर लैंडिंग का कर्यक्रम रदद् कर दिया गया | और क्रू  मेंबर्स को कमांडिग मॉड्यूल से ल्यूनर मॉड्यूल में शिफ्ट होने के निर्देश दिए गए  | क्षतिग्रस्त यान ने चाँद का एक चक्कर लगाने के बाद पृथ्वी पर वापसी की लंम्बी , सर्द यात्रा शुरू की | वापसी की राह काफी मुश्किल थी , लेकिन तमाम दिक्कतों के बावजूद 17 अप्रेल को यह यान प्रशांत महासगर में सुरक्षित रूप से उतारा गया |