अचानक ही हो गई थी इस बहुपयोगी पदार्थ की खोज ➨
टेफ्लौना दरअसल प्लास्टिक के एक बहुपयोगी पॉलीमर टेट्राफ्लुओरोएथिलिन ( पीटीएफई ) का एक ट्रेडमार्क है | विज्ञान की ज्यादातर खोजों की तरह इसकी खोज भी अचानक ही हुई | वर्ष 1938 में 6 अप्रैल को उस वक्त अमेरिका के न्यूजर्सी प्रान्त में ड्युपाट की एक प्रयोगशाला में रसायनशास्त्री रॉय जे प्लंकेट एक नई खोज पर काम कर रहे थे |
उनका सोचना था कि टेट्राफ्लुओरोएथिलिन ( पीटीएफई ) गैस की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से क्रिया कराने पर एक नया प्रशीतक मिल सकता है | प्रोयोग के दौरान टीएफई के एक सिलेंडर का वॉल्व खोलने पर भी उसमें से कोई गैस नहीं निकली | जबकि उसका वजन भरे सिलेंडर के बराबर था | सिलेंडर को बीच से काटने पर अंदर गैस की जगह एक चिकना सफेद पाउडर मिला|
विश्लेषण करने पर प्लंकेट ने पाया , कि यह उत्पाद बहुलिकरना प्रक्रिया की उपज है | यह पदार्थ ज्यादातर रसायनों के प्रति अक्रिय था और पाउडर के रूप में यह बहुत अच्छा लुब्रिकेंट था | इसमें उच्च ताप को सहन करने की भी क्षमता थी | वर्ष 1945 में ड्यूपांट ने टेफ्लौना नाम से इसका रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क हासिल किया |
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