नायलॉन की ईजाद से बना था पहला आधुनिक टूथब्रश

नायलॉन की ईजाद से बना था पहला आधुनिक टूथब्रश ➨



                                                                                                             टूथब्रश के इतिहास पर नजर दौड़ाए तो पता चलता है की मानव प्राचीन काल में पेड़ो की नाजुक टहनियों से बनी " दातुन " का टूथब्रश के रूप में इस्तेमाल करता चला आ रहा है | वैसे शुरूआती टूथब्रश के सबुत पंद्रहवी सदी के चीन में मिलते है , जहां के लोग सूअर के बालो को हाथ में पकड़ने लायक बांस की लकड़ी या हड्डियों पर फिक्स करते हुए टूथब्रश बनाते है |

हालाँकि पश्चमी जगत मर टूथब्रश का इस्तेमाल बहुत बाद में शुरू हुआ | फ्रांसीसी दन्त चिकित्सक ऐसे पहले यूरोपियन थे , जिन्होंने सत्रहवी - अठाहरवी सदी में टूथब्रश के इस्तेमाल को बढावा दिया | इसी दौरान इंग्लेंड के विलियम एडिस ने ऐसा टूथब्रश ईजाद किया , जिसका व्यापक पैमाने पर निर्माण संभव था | वर्ष 1885 में अमेरिकी नागरिक एचएन वाड्सवर्थ द्वारा टूथब्रश के पेटेंट हांसिल करने के बाद कई अमेरिकी कम्पनी ने भी व्यापक पैमाने पर इसका उत्पादन करना शुरू कर दिया |

 जहां तक आधुनिक टूथब्रश की बात है तो इसका सफर वर्ष 1937 में द्युपौन्ट द्वारा  नायलॉन के आविष्कारक के साथ शुरू होता है , जिसके एक साल बाद यानी 1938 में नायलॉन के रेशो से बना पहला टूथब्रश बाजार में आया था | 

Post a Comment

0 Comments