मंगल ग्रह को करीब से टटोलने वाला पहला कृत्रिम उपग्रह ➨
मेरिनर- 4 दुनिया का पहला ऐसा कृत्रिम उपग्रह था , जिसने मंगल ग्रह की करीबी छवि दुनिया को दिखाई | इसे इस हिसाब से डिजाइन किया गया था ताकि यह अंतरिक्ष में विचारते हुए मंगल ग्रह के करीब पहुचकर इसका वैज्ञानिक प्रेक्षण करे और इन प्रेक्षणों को प्रथ्वी तक प्रेषित करे | इसे 28 नवम्बर 1964 को फ्लोरिडा के केप कैनिडी से लांच किया गया था |
इसमें एक टेलीविजन कैमरा और छह अन्य वैज्ञानिक उपकरण लगे थे | तकरीबन साढ़े सात महीने की उड़ान के बाद इस उपग्रह ने 14 जुलाई 1965 को मंगल गृह से 9845 किलोमीटर दुरी पर उडते हुए इसकी 22 तस्वीरे ली , जो इसकी तक़रीबन 1 फिसिदी सतह को कवर करती थी | पहले 4- ट्रेक टेप रिकॉर्डर में स्टोर की गई इन तस्वीरों को प्रथ्वी तक प्रेषित करने में चार दिन लगे | इन्हें देखने से पता चला की मंगल ग्रह की सतह लाल है और इस जगह - जगह गड्ढे है |
इसके कुछ होस्सो पर पहले कभी पानी होने के भी संकेत नजर आए | यह पहला उपग्रह था , जिसने गहन अंतरिक्ष में मौजूद किसी दुसरे ग्रह को पृथ्वी तक सफलतापूर्वक प्रेषित किया | मंगल से गुजरने के बाद वर्ष 1967 में वापस पृथ्वी के नजदीक आने से पहले इसने सूर्य का भी चक्कर लगाया था |
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