नासा द्वारा अंतरिक्ष में प्रक्षेपित दो प्रयोगात्मक संचार उपग्रह ➨
ईको उपग्रह दरअसल अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी " नासा " द्वारा तैयार किए गए दो प्रयोगात्मक संचार उपग्रह थे , जिन्हें 1960 के दशक में पृथ्वी की निचली कक्षाओ में प्रक्षेपित किया गया था | ये उपग्रह दरअसल मायलर प्लास्टिक के बने गुब्बारे थे , जिन पर एल्युमिनियम की परत से निष्क्रिय उपकरण थे ,
जो रेडियो तरंगो को सक्रिय रूप से ग्रहण कर उन्हें आवर्धित कर वापस भेजने के बजाय सीधे प्रवर्तित कर देते थे | इसका पहला उपग्रह " ईको 1 " अगस्त 1960 में लॉन्च किया गया , जिसका व्यास 30 मीटर था | इसे पृथ्वी से 1000 मिल की उचाई पर एक कक्षा में स्थापित किया गया था और यह उपग्रह आकाश में तेजी से घुमते किसी तारे की तरह नजर आता था | इसका इस्तेमाल टेलीफ़ोन , रेडियो व टेलीविजन सिंग्नालो के अंतरमहाद्वीपीय अनुप्रेषण के लिए किया गया |
इसकी सफलता से यह साबित हो गया की अंतरिक्ष में उपग्रहों के जरिय सूक्ष्म तरंगो का संप्रेषण संभव है | यह तक़रीबन आठ साल तक अंतरिक्ष में रहा | जनवरी 1964 में इसका दुसरा उपग्रह " ईको 2 " लॉन्च किया गया , जिसका व्यास 40 मीटर था | इसका इस्तेमाल संचार संबंधी प्रयोगों के अलावा बड़े अंतरिक्ष यानो की गतिकी को समझने के लिए भी किया गया |
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