साढे चार सौ साल पुराना है तापमापी का इतिहास

साढे चार सौ साल पुराना है तापमापी का इतिहास➨


थर्मामीटर का इतिहास तक़रीबन साढ़े चार सौ साल पुराना है | इतालवी विज्ञानी गैलिलियो  गैलिली ने वर्ष 1553 में पहली बार ऐसा जलीय तापमापी यंत्र बनाया था , जो तापमान के उतार-चाढ़ाव को मापने में समर्थ था | आगे चलकर सेंटोरियो सेंटोरियो  , मार्टिन मार्सेन , ऑटो वॉन गुएरिक और रॉबर्ट बॉयल जैसे विज्ञानियों ने उन्नत किस्म के कुछ और थर्मामीटर तैयार किए |

हालंकि यह पोलिश मूल के डच विज्ञानी डेनियल गैब्रियल फारेनहाईट ही थे , जिन्होंने वर्ष 1714 में मरकरी थर्मामीटर के रूप में पहला विश्वसनीय थर्मामीटर ईजाद किया | इसके पहले वह 1709 में एल्कोहल थर्मामीटर भी बना चुके थे | वर्ष 1724 में उन्होंने एक स्टेंडर्ड तापीय स्केल को पेश किया , जो तापमान में  उतार-चाढ़ाव की सटीक गणना करती थी |

इसे दुनिया फारेनहाईट स्केल के नाम से जानती है और यह आज भी चलन में है | इसके अलावा एक और लोकप्रिय स्केल सेल्सियस स्केल है , जिसे 1742 में स्वीडिश खगोलविज्ञानी एंडर्स सेल्सियस ने ईजाद किया था | आगे चलकर वर्ष 1848 में लॉर्ड केल्विन ने एक एसी तापमापी स्केल तैयार की , जिसके जरीय गर्मी व ठंडक की चरमावस्था को मापन संभव हो सका |

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